सिलाई

निशान पड़ गया है कंधे पर जहाँ तूने सर रखा था !
हर रात रगड़ रगड़ कर धोता हूँ रंगे पानी से !!
नासमझ, सिलाई नहीं निकलती, दाग तो निकल जाते हैं रगड़ने से !!

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