शर्त

यूँ कविताओं में काफ़ी कुछ बुन दिया करता था
रिश्ते कैसे बुने जाते हैं, पता ना लगा था !
शायद इस लिए के रिश्तों में शर्तों का धागा चड़ता है !!

कई दिन हुए, कोई कविता नहीं लिखी
शब्दों ने भी शर्त रख दी थी के फ़ैसला कर लो,
हम से रिश्ता है या अपनी वफ़ा से !!

चलो एक बार फिर से कोशिश करते हैं
अब की मुझे भी शर्तें निभानी आ गई हैं !!

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