नाम का बोझ

हैरान हो जाता हूँ मोहब्बत में जुनून देख के !
कोई गुज़ार देता है ज़िंदगी एक नाम की टेक ले कर,
यूँ कई सख्श उठाए फिरते हैं उसी नाम का बोझ !!

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