अतीत

लिखना चाहती हूँ अपने आँसुओ से तेरे आँसुओ तक का,
लिख देती हूँ अपने आँसुओ से तेरी हँसी तक का सफ़र !
ये रास्ते भी बड़े बेवफा से होते हैं,
एक बार छूट जाएं तो फिर नये ढूँडने पड़ते हैं !
और तुम सोचते हो के मैं अतीत में जी रही थी !!

0 comments: