मृगतृष्णा

एक कहानी जो “on the rocks” पे शुरू होती है
स्मृति की गोद में बैठी दौड़ती रहती है मेरे ज़हन में !
मैं समझ नही पाता इसका अंत कहाँ है
और हर रात एक सी क्यों है !!

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