संयोग या शायद कामना

उसे लेमन टी पसंद थी और मुझे जिंजर टी
ये जो ग्लास भरा है उसका रंग भी कुछ लेमन टी जैसा है !
और मैं उठ के यादों को जीवित करने खिड़की पे आ जाता हूँ
मैं भूल जाता हूँ के खिड़की के आगे एक परदा होता है !
पर जाने क्यों ये आभास ज़रूरी नहीं, तुझे याद करने को !
परदे में वही रंग हैं जो तेरे कमीज़ पे थे उस दिन !
शायद यह सिर्फ़ एक संयोग है,
या मेरी कामना के तू बसे कहीं आस पास मेरे !!

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