शिक्स्तें बहुत मिलीं तुझे,
और वैसा ही सब मिला जैसे तूने दी थी !
मोहब्बतें बहुत मिलीं मुझे,
पर वैसा कुछ भी ना मिला जैसे मैंने की थी !!
और वैसा ही सब मिला जैसे तूने दी थी !
मोहब्बतें बहुत मिलीं मुझे,
पर वैसा कुछ भी ना मिला जैसे मैंने की थी !!
the pursuit of reason... the fight with self...
Posted by Sukesh Kumar Saturday 17 January 2015 at 16:47
Labels: मेरा जीवन-मेरी कविता (My Life-My Verse)
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