दीवानगी

मुझमें दीवानगी होती तो शायद,
होश वालों की दुनिया में भी कोई किस्सा बन जाता !
अरे, अगर उसमे मुझ जैसा सब्र होता,
तो वो पगला 'कैस' कभी 'मजनू' ना बन पाता !!
 


कभी तो रुक जाओ तुम खुद ही,
के अब मुझमें साहस नहीं बचा...

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