आधी अधूरी

रख के हाथ मेरे रुखसार पे,
तुमने दुआ थी के मुझे भी कोई मिलेगा !
यारा, मोहब्बत नहीं तो दुआ ही पूरी की होती,
के अब, कोई मिलता भी है तो मेरा बनता नहीं है !!

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