संक्षेप

सेंक दे अपने हाथों से इक निवाला,
भूख के लिए !
और इक कतरा रख लेना अपनी आखों में,
प्यास के लिए !

क्या जो मैने कहा, वो तुमने सुना !
देखना कहीं ज़िंदगी छोटी ना रह जाए,
मुलाकात के लिए !!

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