चमक

ज़ंग लगी अपनी आखों से देखो,
क्या सब वही है,
या कुछ ओर है,
या फिर सब वही, मगर ज़ंग लगा हुआ !
मोहब्बत थोड़ा ओर घिस रहा हूं, अब वो चमक नहीं रही इसमे !!

0 comments: