पन्ना

लड़का गमगीन था ! लड़की जानती थी, मगर वो चली आई | उसके आंसू पोंछने का हक़ किसी ओर का था, और वो थी खुद्दार !
बस! ज़िंदगी ने कहानी का पन्ना पलट लिया !!


कितना मुश्किल था गले से लिपट जाना,
के आसां हो गया जां का हलक में आ जाना !

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