सच्च

बाकी सब झूठ है, फीका है, बेरंग है,
सच सिर्फ़ इतना जो उसने खाँचो में भरा था, अपने दिल के कोनों के !
जैसे आकाश का आसमानी रंग झूठा, मगर उदास काले बादल सच्चे !!

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