साइड-किक

ये जो हीरो के साथ एक साइड-किक होता है ना, सब बखेड़ा उसी का खड़ा किया होता है !! हीरो को तूल यही देता है आशिक़ी में जल-फूंकने की; सैइडिस्ट कॅरक्टर होता है; पहेले हीरो को इश्क़ की खाई में धकेलता भी है फिर बचाता भी रहता है !

अगर यह कहानी के शुरू में ही हीरो के एक कॅंटाप रख के बोले के चूतियाप छोड़ दो, तो साला कहानी में ट्रॅजिडी होने की नौबत ही ना आए !!

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