अधूरा

यूं पहेले अधूरा होना पता नहीं था !
पर जब से तुम्हें गले लगाया है,
पूरा होना की चाह रहने लगी है !

जैसे के तुम मेरी प्रेरणा नहीं,
बल्कि मेरी ज़िंदगी हो !
मैं तुम्हें अपनी ज़िंदगी में ढालना नहीं चाहता,
बस जी लेना चाहता हूं !

ये बात फिल्मी लगती है; मगर यकीं करो, मैं पहली बार पूरा सच बोल रहा हूं !!

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