नुक्कड़ में चिंगारी माफिक पहेले तो आती पोटी !
दिल में खुजली करके फिर टाटा काहे को करती पोटी !!
दिल में खुजली करके फिर टाटा काहे को करती पोटी !!
the pursuit of reason... the fight with self...
Posted by Sukesh Kumar Thursday 13 September 2012 at 10:26
Labels: मेरा जीवन-मेरी कविता (My Life-My Verse)
0 comments:
Post a Comment