क़ब्र

ज़िंदगी की बुनियाद बनाने की कोशिश थी,
बस इंट पे इंट लगाते चले गये!


खुदी की इमारत पे की मोहब्बत कुर्बान थी,

बस रेत पे रेत गिराते चले गये!!