जब मैं नहीं रहूंगा

जब मैं नहीं रहूंगा,
मुझे बादलों तले इन झीलों के किनारे फेंक देना !
मैं इनके होने का सबब बना रहूंगा !

जब मैं नहीं रहूंगा !!

सरद रातें

सरद शामों की धुप छांव में
मिल जाती है तुम्हारी हंसी !

और सरद रातों की धुंध में
तुम्हारे आंसु !