वज़ह

बाज़ारो में हमारे भी अब चर्चे होने लगे हैं!!!
इश्क में हम भी नापाक जो होने लगे हैं!

कि आज हम भी खवाबों के साथ रूबरू होने लगे हैं!
बड़ी मुद्दत की नींद के बाद जागने जो लगे हैं!!!

1 comments:

  Parag Agrawal

9 August 2010 at 09:04

bhai kya bhav diya "sukesh" ... iski futures trading hoti hai kya..... kahan listed hai yeh .. BSE ya NSE ?