पायल

क़ैद करने की चाह ना थी, यूँ हज़ार कोशिशें की बेड़ियाँ पहनाने में!
ऐसा ना हो के उमर गुज़र जाए मेरे इंतज़ार में और तेरे आज़माने में!!
चाँदी सने पैर जनाज़े का बोझ ना उठा पाएँगे

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