जीवन में professional experience बहुत हो चला था,
सो biodata बनाने की इक कोशिश भर सी करी थी !
दो शब्द लिखते ही bio कहीं स्याही में छुप गया,
और कलम जैसे किसी कहानी से दौड़ लगा गयी हो !
बदनसीब कोशिश की जद्द-ओ-जहद की भी कोई हद है,
के कहानी अब भी अधूरी है और biodata निरार्थक !
मुझे काम की नहीं शायद अपनी तलाश है !!
सो biodata बनाने की इक कोशिश भर सी करी थी !
दो शब्द लिखते ही bio कहीं स्याही में छुप गया,
और कलम जैसे किसी कहानी से दौड़ लगा गयी हो !
बदनसीब कोशिश की जद्द-ओ-जहद की भी कोई हद है,
के कहानी अब भी अधूरी है और biodata निरार्थक !
मुझे काम की नहीं शायद अपनी तलाश है !!
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