प्र्यतन

प्रेम एक मंझा हुआ खिलाड़ी है, आज फिर से पैंतरा चल गया और मेरी मृगतृष्णा अब भी वैसे ही है, इसी लिए तो हाथ में फिर से कांच का ग्लास आ गया |
बाहर धूम धड़ाके की आवाज़ें आ रही हैं और लोग अपनी बदी जलाने का प्र्यतन कर रहे हैं |
मैं अपनी नेकी ढूंड रहा हूं, उसी पहेले और आख़िरी प्रेम-पत्र में…
प्र्यतन करना अच्छी बात है |

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