चलो आज स्याही से पानी को रंग देते हैं
क़लम की नोक से आसमान को छेद देते हैं !
मैं सोचूँगा तू अर्थ देना
और जुगनू लिखेंगे !
जो काले अक्षर हैं वो भी जगमगाएँगे !
ना, आज सोएंगे नही
आज एक दूसरे को जगाएँगे !!
the pursuit of reason... the fight with self...
Posted by Sukesh Kumar Sunday, 26 August 2012 at 23:33 0 comments
Labels: मेरा जीवन-मेरी कविता (My Life-My Verse)
Posted by Sukesh Kumar Wednesday, 8 August 2012 at 21:15 2 comments
Labels: मेरा जीवन-मेरी कविता (My Life-My Verse)
Posted by Sukesh Kumar Friday, 3 August 2012 at 08:14 0 comments
Labels: मेरा जीवन-मेरी कविता (My Life-My Verse)