मैंने सहेज रखे हैं अपने सवाल!
सुनता रह जाता हूँ,
पर जवाब कोई बोलता ही नहीं!
कई दरवाज़ों के पते मिल गए!
खटकाता रह जाता हूँ,
पर कोई खोलता ही नहीं!
सुनता रह जाता हूँ,
पर जवाब कोई बोलता ही नहीं!
कई दरवाज़ों के पते मिल गए!
खटकाता रह जाता हूँ,
पर कोई खोलता ही नहीं!
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