पेशा ए मोहब्बत

हर शख्स रखता है कुछ बनने की ख्वाहिश,
तुम्हे मरने की आरज़ू से फुरसत नहीं !
मोहब्बत का पेशा है पर ऩफा नुकसान का इल्म ही नहीं !!

ज़माने में रहे होंगे कई तमाशबीन,
गोया शौकीन तुम भी कम नहीं !
इश्क़ में तमाशे हैं पर ये दिल बहलता ही नहीं !!

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