हर शख्स रखता है कुछ बनने की ख्वाहिश,
तुम्हे मरने की आरज़ू से फुरसत नहीं !
मोहब्बत का पेशा है पर ऩफा नुकसान का इल्म ही नहीं !!
ज़माने में रहे होंगे कई तमाशबीन,
गोया शौकीन तुम भी कम नहीं !
इश्क़ में तमाशे हैं पर ये दिल बहलता ही नहीं !!
तुम्हे मरने की आरज़ू से फुरसत नहीं !
मोहब्बत का पेशा है पर ऩफा नुकसान का इल्म ही नहीं !!
ज़माने में रहे होंगे कई तमाशबीन,
गोया शौकीन तुम भी कम नहीं !
इश्क़ में तमाशे हैं पर ये दिल बहलता ही नहीं !!
0 comments:
Post a Comment