जो खरीदा था,
या जो नहीं बेचा था,
इस दुनिया से परे !
कुछ बचा होगा, कुछ तो बचा होगा !!
या जो नहीं बेचा था,
इस दुनिया से परे !
कुछ बचा होगा, कुछ तो बचा होगा !!
the pursuit of reason... the fight with self...
Posted by Sukesh Kumar Tuesday, 3 November 2015 at 20:15
Labels: मेरा जीवन-मेरी कविता (My Life-My Verse)
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