वो वफ़ा का वास्ता दे गई के भूल जाना,
मुश्किल सा लगता है ये जी कर के मरना भी !
सब खेल हैं तेरे मौला,
अब बेवफ़ाई है उसको याद करना भी !!
मुश्किल सा लगता है ये जी कर के मरना भी !
सब खेल हैं तेरे मौला,
अब बेवफ़ाई है उसको याद करना भी !!
the pursuit of reason... the fight with self...
Posted by Sukesh Kumar Sunday, 30 September 2012 at 17:47
Labels: मेरा जीवन-मेरी कविता (My Life-My Verse)
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