मानता हूं तेरा प्यार भी अपनी जगह सही था
पर बता! उस पायल का क्या दोष था?
पर बता! उस पायल का क्या दोष था?
the pursuit of reason... the fight with self...
Posted by Sukesh Kumar Thursday, 1 May 2014 at 20:25
Labels: मेरा जीवन-मेरी कविता (My Life-My Verse)
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