बहुत कुछ देखा था मैने चेहरों के बीच बनाए झरोखे में से
कभी उसकी लटों में फर-फ़राती रोशनी ही कुछ फुसफुसा जाती थी !
उसने सिर्फ़ सुना था मुझे, कभी मूड़ के देखा नहीं !
वो क्लास में फर्स्ट बेंच पर बैठती थी,
और मैं लास्ट पे !!
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--Gopal Dutt Joshi
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