हैपी वीकेंड

आज के दिन ऑफीस में "हैपी वीकेंड" कहने का एक क़ायदा सा है !
मैं प्रेशान हो जाता हूं,
एक यह सोच के लोगों के "वीक्डेज़" क्यों "हैपी" नहीं होते,
दूसरा यह सोच के मुझे कोई "गुड नाइट" नहीं कहता !
मुझे ज़रूरत है ऐसी शुभ कामनाओं की,
के तुम्हारे बिन दिन तो कट जाते हैं मगर रातें नहीं !!

यूं ऑफीस का एक "गार्ड" बोलता है "गुड नाइट",
पर उसका कहना मिथ्या सा है ,
मुझे लगता है जैसे मैने उससे कुछ छीन लिया हो !
वह शुभ-कामना नहीं अपितु कामना होती है,
वो रात भर तन्हा जागता है "गुड नाइट" की उमीद में !!

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