समय भी ताक में रहता है बीतने की,
जो फ़रवरी के महीने दिन कम मिलते हैं !
इक जुदाई ही दायम है मेरे नसीब में,
वरना महीने तो और भी आएँगे !
यह मोहब्बत चीज़ ही ऐसी है,
आख़िरी बार होती है, पहली बार नहीं !!
जो फ़रवरी के महीने दिन कम मिलते हैं !
इक जुदाई ही दायम है मेरे नसीब में,
वरना महीने तो और भी आएँगे !
यह मोहब्बत चीज़ ही ऐसी है,
आख़िरी बार होती है, पहली बार नहीं !!
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