यह आँसू बहते हैं इस उम्मीद में
के एक दिन तेरे आँसुओं का सबब बनेंगे !
दरियाओं को बहा देता है सावन
समंदर में बाढ़ ला दे कोई ऐसी शिद्दत कहाँ !!
के एक दिन तेरे आँसुओं का सबब बनेंगे !
दरियाओं को बहा देता है सावन
समंदर में बाढ़ ला दे कोई ऐसी शिद्दत कहाँ !!
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