चाहे बतौर-ए-दुआ माँगा था,
अपना सब देके तेरा होने को !!
प्यार हमेशा बड़ी ज़द्द-ओ-ज़हद के बाद मिलते हैं !
मैने बस एक ही कांधा माँगा था,
अपना सर रख के रोने को !
चार तो किस्मत वालों को मिलते हैं !!
अपना सब देके तेरा होने को !!
प्यार हमेशा बड़ी ज़द्द-ओ-ज़हद के बाद मिलते हैं !
मैने बस एक ही कांधा माँगा था,
अपना सर रख के रोने को !
चार तो किस्मत वालों को मिलते हैं !!
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