बाकी

सांस लूं के ना, ज़िंदगी बाकी है क्या ?
क्या लिखूं, कुछ एहसास बाकी है क्या ?

दुपट्टा फिर लहरा गया रुख़ पे, रिश्ता बाकी है क्या ?
तूने फिर नज़रें फेर लीं, मलाल बाकी है क्या ?

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