खुशी

तू मुझे जान कहे और खुशी मेरी नाक पे फड़फड़ाती रहे !
मैं चूम लूं माथा तेरा और तू दिन भर शरमाती रहे !! 



चली आ कहीं से तो, के ये जो सब पूरा है, तुझ बिन अधूरा हो रह जाए...
कहीं से तो...

0 comments: