ऐसा कुछ नहीं जो लिखने के लिए बचा हो,
कुछ लिखूंगा भी तो वही का वही दोहरा जाऊंगा !
अब तो, शायद, लिखता हूं इस लिए,
के किसी को इंतज़ार रहता है,
बहाने का ! भीग जाने को !!
लो आज फिर भीग लो !!
कुछ लिखूंगा भी तो वही का वही दोहरा जाऊंगा !
अब तो, शायद, लिखता हूं इस लिए,
के किसी को इंतज़ार रहता है,
बहाने का ! भीग जाने को !!
लो आज फिर भीग लो !!
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