किसी की तन्हाई का सबब बन जाना,
मुझे भी सिखा जाना !
या सिखा जाना,
ज़िंदा रहने की वो कला जो तुम्हारे बिना निभेगी !!
मुझे भी सिखा जाना !
या सिखा जाना,
ज़िंदा रहने की वो कला जो तुम्हारे बिना निभेगी !!
the pursuit of reason... the fight with self...
Posted by Sukesh Kumar Saturday, 5 December 2015 at 10:45
Labels: मेरा जीवन-मेरी कविता (My Life-My Verse)
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