दिन भर साथी रहा 14 फरवरी को जो,
15 की सुबह टिंडर पे दिखा...
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शिकारी दोमुंहा, शिकार दोमुंहा...
15 की सुबह टिंडर पे दिखा...
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शिकारी दोमुंहा, शिकार दोमुंहा...
the pursuit of reason... the fight with self...
Posted by Sukesh Kumar Tuesday, 16 February 2016 at 13:54
Labels: मेरा जीवन-मेरी कविता (My Life-My Verse)
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