मैने सब लिखा है फिर मिटाने को,
यूँ ही बस इश्क़ है, कोई वजह नहीं !
इतिहास बनाने को वजह और नतीजे चाहिए होते हैं !
इश्क़ नहीं !!
यूँ ही बस इश्क़ है, कोई वजह नहीं !
इतिहास बनाने को वजह और नतीजे चाहिए होते हैं !
इश्क़ नहीं !!
the pursuit of reason... the fight with self...
Posted by Sukesh Kumar Sunday, 7 February 2016 at 22:21
Labels: मेरा जीवन-मेरी कविता (My Life-My Verse)
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