वो दीवार तोड़ गया, मगर नीहें डाल गया !
मैने ग्लास तोड़ दिया फिर, मगर सिलसिले जोड़ गया !!
मैने ग्लास तोड़ दिया फिर, मगर सिलसिले जोड़ गया !!
the pursuit of reason... the fight with self...
Posted by Sukesh Kumar Sunday, 7 February 2016 at 22:20
Labels: मेरा जीवन-मेरी कविता (My Life-My Verse)
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