लंबे सफ़र की लकीर हाथों में बहुत छोटी...
हमसफ़र वाली लकीर खुद ही को टोकती काटती...
हमसफ़र वाली लकीर खुद ही को टोकती काटती...
the pursuit of reason... the fight with self...
Posted by Sukesh Kumar Tuesday, 16 February 2016 at 13:52
Labels: मेरा जीवन-मेरी कविता (My Life-My Verse)
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