दुबला सा लड़का जब हालात से हार मान लेता था,
तो वो लड़की उसे बाहों में ले के समझाती थी,
के कितनी मोहब्बत है उगते हुए सूरज को उससे !
अब उसे याद नहीं आता, उसे हो गयी मोहब्बत कब से,
डूबते हुए सूरज से !
बूझो के विछोड़े की उम्र कितनी लंबी है !!
तो वो लड़की उसे बाहों में ले के समझाती थी,
के कितनी मोहब्बत है उगते हुए सूरज को उससे !
अब उसे याद नहीं आता, उसे हो गयी मोहब्बत कब से,
डूबते हुए सूरज से !
बूझो के विछोड़े की उम्र कितनी लंबी है !!
उगता सूरज आज भी इंतज़ार में, किसी अपने की...
सुबह मगर होती आ रही है बेधड़क !
और लड़की की बाहें भरी रहती हैं मोतिओं से !!
सुबह मगर होती आ रही है बेधड़क !
और लड़की की बाहें भरी रहती हैं मोतिओं से !!
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