तुम हो

मेरे रंज़ सब देखते हैं, और, मुस्कुराहटें कोई नहीं !
गम सब दे जाते हैं, पर, राहतें कोई नहीं !
बस तुम हो जो मुझे जानते हो और कोई नहीं !!
मैं भी नहीं !!

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