मेरी ब्लैक आंड वाइट कविताएं कुछ jealous सी है rainbow रंगो से आज...
के मेरे शब्दों के रंग सिमट गये हैं ग्रे-स्केल की सीढ़िओं पे...
मेरी कल्पना जकड़े हैं दो प्रेमी - इक सफेद काग़ज़ और इक पेन्सिल की नोंक का चारकोल !
के मेरे शब्दों के रंग सिमट गये हैं ग्रे-स्केल की सीढ़िओं पे...
मेरी कल्पना जकड़े हैं दो प्रेमी - इक सफेद काग़ज़ और इक पेन्सिल की नोंक का चारकोल !
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