इस भीड़ में मैं हूं पर इनसे अलग नहीं हूं,
मुझे कोई आवाज़ दे दो के मालूम पड़े मैं कहां हूं !
तुझे मिलेंगे सितारे कई रात को, मगर जहां चाँद नहीं मैं वहां हूं !
मुझे कोई आवाज़ दे दो के मालूम पड़े मैं कहां हूं !
तुझे मिलेंगे सितारे कई रात को, मगर जहां चाँद नहीं मैं वहां हूं !
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